ना तुमने अपने विषयों को मन से जिया ना ही तुम अपनी रंगो की दुनिया को छोड़ पायी। ना तुमने अपने विषयों को मन से जिया ना ही तुम अपनी रंगो की दुनिया को छोड़ पायी।
जनता ने आपराधिक इतिहास वाले दबंग ठेकेदार भटनागर को शर्मा जी से ज्यादा वोट दिया था। जनता ने आपराधिक इतिहास वाले दबंग ठेकेदार भटनागर को शर्मा जी से ज्यादा वोट दिया थ...
असान नहीं है कविताएँ लिख पाना,क्योंकि असान नहीं है,स्वार्थता, आत्ममुग्धता,और आतुरता को सयंमित कर पान... असान नहीं है कविताएँ लिख पाना,क्योंकि असान नहीं है,स्वार्थता, आत्ममुग्धता,और आतु...
मेंघा की पूरे पढ़ाई के दौरान एक ही तकलीफ थी, मेंघा का कोशिश -कोसिस, प्रकाश -प्रकास हो मेंघा की पूरे पढ़ाई के दौरान एक ही तकलीफ थी, मेंघा का कोशिश -कोसिस, प्रकाश -प्र...
सरला आज बहुत खुश थी l आज उसकी वो छोटी सी दुल्हन फिर से उसकी दुल्हन बन कर उसके घर आ रही सरला आज बहुत खुश थी l आज उसकी वो छोटी सी दुल्हन फिर से उसकी दुल्हन बन कर उसके घर...
राधा प्यास से बेहाल थी। उसे उसकी बात सही लगी इसलिए अपने बच्चे को उसे पकड़ा। पानी भरने क राधा प्यास से बेहाल थी। उसे उसकी बात सही लगी इसलिए अपने बच्चे को उसे पकड़ा। पानी...